Lyrics
मेरी जाँ, मेरी जाँ
मेरी जाँ, अपने आशिक़ को सतना किससे सीखा है?
जो तुमपर जान दे, उसको मिटाना किससे सीखा है?
सुनो जी (सुनाओ), सुन जी
सुन जी, पीछे-पीछे रोज़ आना किससे सीखा है?
मेरी गलियों के चक्कर रोज़ लगाना किससे सीखा है?
मेरी जाँ (हट), मेरी जाँ (चल-चल)
मेरी जाँ, अपने आशिक़ को सतना किससे सीखा है?
जो तुमपर जान दे, उसको मिटाना किससे सीखा है?
एक दिन मजनूँ मिला था मुझको पीपल गाँव में
हाथ पकड़ा और बिठाया मुझको ठंडी छाँव में
हा-हा-हा-हा-हा-हा-हा, वाह-वाह
एक दिन मजनूँ मिला था मुझको पीपल गाँव में
हाथ पकड़ा और बिठाया मुझको ठंडी छाँव में
भर के ठंडी साँस बोला, "यार के पीछे रहो
मोम हो जाएगा पत्थर, रोज़ जो मिलते रहो"
तुम्हारे, तुम्हारे
तुम्हारे घर के चक्कर रोज़ लगाना उससे सीखा है
तुम्हारे घर के चक्कर रोज़ लगाना उससे सीखा है
सुनो जी (क्या?), सुनो जी (वाह)
सुनो जी, पीछे-पीछे रोज़ आना किससे सीखा है?
मेरी गलियों के चक्कर रोज़ लगाना किससे सीखा है?
एक दिन लैला मिली मुझको Aminabad में
थाम कर दामन वो बोली, "चुप हो किसकी याद में?"
ओ-हो-हो-हो-हो
एक दिन लैला मिली मुझको Aminabad में
थाम कर दामन वो बोली, "चुप हो किसकी याद में?
तुम भी आशिक़ को सताओ, बात मेरी मान लो
झूठा आशिक़ है के सच्चा, प्यार उसका जान लो"
क़सम से, क़सम से
क़सम से, आप जैसों को सताना उससे सीखा
क़सम से, आप जैसों को सताना उससे सीखा
होय, मेरी जाँ, मेरी जाँ (जा-जा)
मेरी जाँ, अपने आशिक़ को सतना किससे सीखा है?
जो तुमपर जान दे, उसको मिटाना किससे सीखा है?